भोपाल। लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने मध्य प्रदेश के लिए प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया गुरुवार को पूरी कर ली। पार्टी अपने दिग्गज नेताओं को चुनाव लड़ाने का निर्णय लिया है। गुना से भाजपा के ज्योतिरादित्य सिंधिया को पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव चुनौती देंगे तो पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को राजगढ़ से चुनाव मैदान में उतारा जा सकता है। रतलाम से कांतिलाल भूरिया को चुनाव लड़ाने पर सहमति बनी है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने बैठक के बाद मीडिया से चर्चा में कहा कि बड़े नेताओं के साथ 50 प्रतिशत युवाओं को चुनाव लड़ाने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया है। प्रत्याशियों के नामों की घोषणा आज -कल में हो जाएगी।
बता दें कि कांग्रेस मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में से 10 के प्रत्याशी पहले ही घोषित कर चुकी है। एक सीट खजुराहो समझौते के तहत समाजवादी पार्टी को दी गई है। शेष 18 सीटों के लिए प्रत्याशी चयन पर गुरुवार को दिल्ली में केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में चर्चा हुई।
सूत्रों के अनुसार बैठक में दिग्गज नेताओं को चुनाव मैदान में उतारने पर सहमति बनी। इसमें बालाघाट से हिना कांवरे, विदिशा से विधायक देवेंद्र पटेल, उज्जैन से विधायक महेश परमार, शहडोल से विधायक फुंदेलाल सिंह मार्को, रीवा से नीलाम अभय मिश्रा, इंदौर से अक्षय कांति बम, भोपाल से अरुण श्रीवास्तव, दमोह से रंजीता गौरव पटेल, सागर से चंद्रभूषण सिंह बुंदेला को चुनाव लड़ाया जा सकता है। मुरैना और ग्वालियर सीट को लेकर अंतिम निर्णय होना बाकी है। बैठक में प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी जितेंद्र सिंह, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार उपस्थित थे।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह राजगढ़ से 33 वर्ष बाद फिर चुनाव मैदान में होंगे। वे 1984 और 1991 में यहां से सांसद थे। 1994 में उपचुनाव हुआ, जिसमें उनके छोटे भाई लक्ष्मण सिंह चुनाव जीते थे। इसके बाद वे लगातार चार बार और यहां से सांसद चुने गए। 2009 में भी दिग्विजय सिंह के भरोसेमंद नारायण सिंह अमलाबे यहां से चुनाव जीत चुके हैं। दो बार से भाजपा के रोडमल नागर सांसद हैं और पार्टी ने उन्हें फिर प्रत्याशी बनाया है।
दिग्विजय सिंह ने 2019 का लोकसभा चुनाव भोपाल से लड़ा था और भाजपा की साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर से पराजित हुए थे। वर्तमान में वे मध्य प्रदेश से राज्य सभा सदस्य हैं और उनका कार्यकाल नौ अप्रैल 2026 तक है।
दिग्विजय सिंह शुक्रवार को राजगढ़ लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले विधानसभा क्षेत्र राजगढ़, खिलचीपुर, सारंगपुर और सुसनेर के वर्तमान एवं पूर्व विधायक, पूर्व सांसद, जिला, ब्लाक, बूथ, सेक्टर, मंडलम इकाइयों के अध्यक्ष सहित अन्य पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। शनिवार को राघौगढ़, चाचौड़ा, नरसिंहगढ़ और ब्यावरा विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे।